dramatalk.in लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर लंबे तथा छोटे भाषण 2022 - Long and Short Speech on Lal Bahadur Shastri Jayanti in Hindi जन्म 2 अक्तूबर 1904
मेरे प्रिय मित्रों को मेरा नमस्कार स्वागत है आपका आज की इस रोचक और मजेदार जानकारी में मित्रों आज हम हमारे देश के दूसरे प्रधानमंत्री आदरणीय लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर भाषण करने वाले है। जिसमें हम उनके जीवनशैली के कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानने वाले है। तो चलीए आगे बढ़ते हैं और भाषण शुरू करते है।
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लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर भाषण |
लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर लंबे तथा छोटे भाषण 2022 || Long and Short Speech on Lal Bahadur Shastri Jayanti in Hindi
भाषण इन्ट्रो || Speech Intro:
मेरे प्रिय प्रधानाध्यापक, गुरुजन, मित्रों एवं यहाँ उपस्थित सभी को सबसे पहले मेरा प्रणाम। और यहाँ स्टेज पर मुझे बुलाने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। सभी को लाल बहादुर शास्त्री जयंती की हार्दिक शुभकामनाएँ। लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर दो-चार लाइन Two or four lines on Lal Bahadur Shastri Jayanti in hindi
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते।
सफलता भी उन्हें हासिल होती है,
जो वक्त की कद्र करना जानते है।
मुश्किलों से भाग जाना आसान होता है,
हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता।
अगर जिंदगी में कुछ हासिल करना है,
तरीके बदलो,,,, इरादे नहीं
जैसा कि आप सब जानते ही है आज के दिन हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री रहें हुए माननीय लाल बहादुर शास्त्री का जन्म हुआ था। इसलिए हम हर साल 2 अक्तूबर के दिन ही लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाते है। आज भी उन्हीं की याद में हम उनके जन्म दिन को मना रहे है। आज मैं लाल बहादुर शास्त्री जयंती के इस सुअवसर पर भाषण में इनकी जीवनशैली के बारे में दो चार लाइन बताने वाला हूँ यदि इस भाषण में कोई छोटी मोटी गलती हो जाए तो मुझे क्षमा करें। चलीए शुरू करता हूँ।
लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर छोटा भाषण 2022- Short Speech on Lal Bahadur Shastri Jayanti in Hindi
आज लाल बहादुर शास्त्री जयंती का दिन है। इसे हम प्रत्येक वर्ष को 2 अक्तूबर के दिन मनाते है। लाल बहादुर शास्त्री एक सच्चे राजनेता और क्रांतिकारी थे। उनके जीवन में बहुत से छोटे-बड़े मसले आए जिसकी वजह से उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा था।
ये उन महान क्रांतिकारियों में से एक थे जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई थी। उनका जन्म 2 अक्तूबर 1904 को यू. पी. के मुगलसराय नामक स्थान पर हुआ था। उनकी माता का नाम रामदुलारी था। उनके पिता मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव एक शिक्षक थे।
सन 1964 में जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद शास्त्री जी ने भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। इस दौरान उनके शासनकाल में उस समय भारत तथा पाकिस्तान के मध्य युद्ध चल रहा था।
लेकिन लाल बहादुर शास्त्री ने जवाहरलाल नेहरू के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया और पाकिस्तान को ऐसा करारा जवाब दिया कि पाकिस्तान कभी अपने सपनों में भी सोच नहीं सकता था। उसी कारण से शास्त्री जी को आज भी याद किया जाता है।
हालाँकि उन्हें बाकी राजनेताओं की तरह कम सम्मान दिया जाता है। लेकिन हमें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि वह भी हमारे देश के एक महान सपूत थे, जिन्होंने हमें पाकिस्तान और चीन जैसे देशों से स्वतंत्रता दिलाई थी। बस इतना कहकर मैं अपनी बात को विराम देना चाहूँगा।
जय हिन्द, जय भारत।
लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर भाषण 2022 || Lal Bahadur Shastri Jayanti speech in hindi
लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर लंबा भाषण 2022 - Long Speech on Lal Bahadur Shastri Jayanti in Hindi
आज के इस कार्यक्रम में यहाँ पर मौजूद समस्त गणों को लाल बहादुर शास्त्री जयंती हार्दिक शुभकामनाएँ एवं अभिनंदन है। आप सब जानते ही की आज हम लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाने लिए एकत्रित हुए है।
लाल बहादुर शास्त्री एक महान देशभक्त थे। जिन्होंने अपना सारा जीवन गरीबों की सेवा में बीता दिया। उन्होंने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। उन्होंने हमारे देश को उग्रवादी और आतंकवाद देशों की झपेट से बचाया था। जिसमें चीन और पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश शामिल थे।
उनका जन्म 2 अक्तूबर 1904 में उत्तर प्रदेश के (वाराणसी) मुगलसराय के आसपास हुआ था। उनके पिता मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव थे तथा माता रामदुलारी थी। ये सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव बने थे।
उसके बाद वल्लभ पंथ के समय मंत्रिमंडल में पुलिस की नौकरी मिली। उस पुलिस की नौकरी में उन्हें भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज करने का ऑर्डर मिला लेकिन उन्होंने उसकी जगह पानी के फँवारे का प्रयोग किया।
फिर बाद में उन्हें भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में (AICC) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अंतर्गत महासचिव के पद पर नियुक्त किया गया था तथा उन्होंने कांग्रेस को सभी चुनावों में भारी मात्रा के बहुमत से जीत दिलाई।
जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के पश्चात शास्त्री जी को सन 1964 में देश के दुसरे प्रधानमंत्री बनने की शपथ दिलाई गयी। उनका राजनेतिक जीवन बहुत ही कठिन और संघर्ष भरा रहा था। उनके प्रधानमंत्री रहते समय पूँजीवादी देशों ने भारत पर बहुत सारे आक्रमण किए लेकिन शास्त्री जी ने कभी हार नहीं मानी।
शास्त्री जी को उनकी ईमानदारी और देशभक्ति के लिये मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया था। सन 1966 की रात को जब वे पाकिस्तानी राष्ट्रपति अयूब ख़ान के पास भारत-पाक का युद्ध रोकने के लिए साइन करने गये थे तभी उनकी मृत्यु हो गयी थी।
उनकी मृत्यु होने कारण अभी तक एक रहस्य ही बना हुआ है। ज्यादातर लोग उनकी मौत कारण जहर ही मान रहे है। लेकिन अभी तक कोई यह साबित नहीं कर पाया कि यह बात सत्य है या गलत।
लाल बहादुर शास्त्री की ऐसी महानता और गौरवशाली योगदान को हम कदापि भूल नहीं सकते। इस प्रकार लाल बहादुर शास्त्री ने हमारे देश को बचाया और समस्त संस्कृति को नया रूप दिया। इतना ही कहकर मैं अपनी बात को विराम करता/करती हूँ।
जय हिन्द! जय भारत।
मित्रों उम्मीद करता की आज की यह जानकारी 'लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर भाषण' Lal Bahadur Shastri Jayanti speech in hindi पसंद आई होगी यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे तो अपने मित्रों में जरूर शेयर करे।
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Disclaimer:
यह जानकारी हमारी कोई निजी राय हम सिर्फ भाषण के उद्देश्य से इसे साझा कर रहे आप चाहे तो इससे कुछ जानकारी हासिल कर सकते है और स्टेज पर बोल सकते है।
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