बाल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों 2023, bal diwas kab aur kyon manaya jata hai, बाल दिवस कैसे मनाया जाता है, बाल दिवस का इतिहास और महत्व आदि
बाल दिवस कब मनाया जाता है 2023: नमस्कार दोस्तों dramatalk.in पर आपका हार्दिक स्वागत है दोस्तों क्या आप जानते हैं "बाल दिवस" पूरे भारतवर्ष में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है
क्योंकि इस दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था उस उपलक्ष्य में नेहरू जी के जन्म अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है. आप में से बहुत ही कम ऐसे लोग होंगे जिन्होंने बाल दिवस बाल नहीं मनाया होंगा
क्योंकि आपको अभी भी याद होगा कि बचपन के समय स्कूलों में बाल दिवस कैसे मनाते थे? बाल दिवस के दिन नेहरू जी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें सम्मान दिया जाता है इस दौरान स्कूलों और काॅलेजों में कई तरह के समारोह, प्रतियोगिताएँ आदि आयोजित होते हैं.
जिसमें बच्चों का सबसे अहम रोल होता है आज हम इसी के बारे में जानने वाले हैं कि बाल दिवस क्या है? बाल दिवस कब मनाया जाता है? बाल दिवस क्यों मनाया जाता है? बाल दिवस कैसे मनाया जाता है? बाल का महत्व और इतिहास आदि.
बाल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों 2023
बाल दिवस एक वैश्विक उत्सव है जो लगभग विश्व के सभी देशों में मनाया जाता है. संपूर्ण विश्व में बाल दिवस हर वर्ष 20 नवम्बर को मनाया जाता है. बाल दिवस बच्चों को समर्पित एक अंतर्राष्ट्रीय उत्सव है. यह हर वर्ष बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है इसे खासकर बचपन की खुशी मनाने के लिए मनाते है. इस दिन बच्चों को उनके अधिकारों की शिक्षा दी जाती है.
बाल दिवस का अर्थ होता है बच्चों दिन या फिर एक ऐसा दिन जो बच्चों को समर्पित हो, क्योंकि बाल दिवस बच्चों में जागरूकता बढ़ाने का एक ऐसा माध्यम है जो उन्हें अपनी कर्तव्यों की सीख देता है. बाल दिवस मनाने की शुरुआत सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से हुई थी. जिसकी शुरुआत 20 नवम्बर 1957 में रेवरेंड डॉ. चार्ल्स लियोनार्ड नामक व्यक्ति ने की थी.
बाल दिवस पूरे विश्व में 20 नवंबर को ही मनाया जाता है क्योंकि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने इसी दिन को बाल दिवस के रूप में घोषित किया था लेकिन भारत में ऐसा नहीं इसे पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन नेहरू जी जन्मे थे और उन्हें बच्चों से बेहद ही लगाव था इसलिए उनका बच्चों के प्रति प्रेम और लगाव को देखते हुए उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाते है
बाल दिवस कब मनाया जाता है
विश्व के अधिकांश देशों बाल दिवस 20 नवम्बर को मनाया जाता है भारत में भी पहले इसे इसी तिथि को मनाया जाता था. लेकिन वर्तमान समय में भारत में बाल दिवस 14 नवम्बर को मनाया जाता है क्योंकि 1964 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद इसे तत्कालीन सरकार द्वारा 14 नवम्बर को मनाने की घोषणा की गई थी वो इसलिए कि इस दिन नेहरू जी का जन्म हुआ था.
जवाहरलाल नेहरू जी बच्चों के प्रेमी थे वे बच्चों के स्वभाव को भलीभाँति समझते थे उन्हें बच्चों के साथ रहना अच्छा लगता था इसलिए 1964 में जवाहरलाल नेहरू जी के देहांत के बाद उनके जन्म अवसर के मौके पर 14 नवम्बर को उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए इस दिन को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. हालाँकि बाल दिवस भारत में भी पहले 20 नवम्बर को ही मनाया जाता था.
बाल दिवस क्यों मनाया जाता है
बाल दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि यह इस दिन नेहरू जी का जन्मदिन है. कहा जाता है कि नेहरू जी बच्चों से बहुत प्रेम करते थे, उन्हें बच्चे बहुत पसंद थे, वे बच्चों के साथ ही अपना जन्मदिन मनाते थे इसलिए उनकी मृत्यु के पश्चात उनका जन्मदिन मनाने के उपलक्ष्य में बाल दिवस मनाया जाता है. जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म 14 नवम्बर 1889 को हुआ था.
और उनकी मृत्यु 27 मई 1964 को हुई थी. इसलिए उनके जन्मदिन के साथ ही 14 नवम्बर को बाल दिवस मनाया जाता है. बाल दिवस मुख्यतः बच्चों के बीच हर तरह के आदान-प्रदान और उनकी आपसी समझ बढ़ाने व उन्हें बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है ताकि बच्चों के दिलों में देश के प्रति प्यार, इज्जत पनपे और वे आगे जाकर अपने देश का और अपने माता पिता का नाम रोशन करें.
बाल दिवस कैसे मनाया जाता है
बाल दिवस की शुरुआत नेहरू जी के जन्मोत्सव मनाने साथ ही की जाती है इस दिन सबसे पहले नेहरु को श्रधांजलि दी जाती हैं और फिर उसके बाद सफल कार्यक्रमों की शुरुआत की जाती है. बाल दिवस के दिन स्कूलों एवं काॅलेजों में विभिन्न प्रकार के रंगरंगे कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएँ आदि आयोजित होते हैं. जिसमें बच्चे कई तरह के समारोह व प्रतियोगिताओं में हिस्सा बनते हैं और अपना प्रदर्शन दिखते हैं.
इस दौरान बच्चों द्वारा भाषण, निबंध, कविता, गायन व कहानियों जैसी सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है. जिसमें बच्चों द्वारा कपड़े, खिलौने, स्टेशनरी, संगीत वाद्ययंत्र, किताबें, आदि का गरीब व अनाथ बच्चों में वितरण करके मनोरंजन किया जाता है. वहीं छोटे बच्चों द्वारा स्वास्थ्य, देखभाल और प्रगति पर भाषण देकर मनोरंजन किया जाता है.
बाल दिवस के दिन विशेषकर बच्चों को एक जगह इकट्ठा किया जाता है और फिर उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है. जिसमें मुख्य अतिथि एवं अन्य वरिष्ठ, अनुभवी नेता और अभिनेता आदि शामिल होते है. सभी बच्चों को प्रोत्साहन देते और उन्हें जीवन कैसे जिया जाए? जीवन जीने के तरीके सीखते हैं और साथ ही आजादी के दौरान घटित घटनाओं का भी मूल्यांकन करते जाते हैं.
बाल दिवस के शुभ अवसर पर 14 नवम्बर को कुछ बच्चों व वरिष्ठ अध्यापकों द्वारा मोर्चा भी निकाला जाता है जिसमें बच्चे आजादी की और पंडित जवाहरलाल नेहरू की फोटो सहित तिरंगा अपने हाथों में लेकर मोहल्ले से गुजरते हैं और जोर जोर से भारत की जय के नारे बोलते जाते हैं. इस प्रकार बाल दिवस छोटी या बड़ी सभी स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है.
बाल दिवस का इतिहास
पहले बाल दिवस अक्तूबर महीने में मनाया जाता था. इसकी नींव 1925 में "विश्व कांफ्रेंस" नामक संस्था द्वारा रखी गई थी. 1954 में इसे दुनिया के तमाम देशों में मनाने की मान्यता दी गई उसके बाद विश्व स्तर पर बाल दिवस मनाने की घोषणा हुई जिसके अंतर्गत पहली बार बाल दिवस अक्तूबर महीने में मनाया गया था.
सन 1954 में संयुक्त महा सभा द्वारा 20 नवंबर को अन्तराष्ट्रीय बाल दिवस के रूप मनाए जाने का प्रस्ताव पास हुआ और आज संपूर्ण विश्व में बाल दिवस 20 नवम्बर को मनाया जाता है.
बाल दिवस का महत्व
बाल दिवस बच्चों के प्रति जागरूकता पैदा करने का महत्वपूर्ण अवसर है अगर इसके महत्व की बात करें तो यह बच्चों के लिए सबसे अधिक महत्व रखता है. क्योंकि बच्चे ही देश का भविष्य उज्ज्वल करते है ऐसे में उनके अधिकारों की उपेक्षा करने के लिए बाल दिवस मनाना आवश्यक है. ताकि वे अपने जरूरी अधिकारों के प्रति जागरूक बनें और उन्हें अपने भविष्य के बारे में जानने का अवसर मिले.
बाल दिवस हम सबके लिए अनुस्मारक की भांति कार्य करता है जो बच्चों की महानता के साथ ही हमें हमारी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है यह चाचा नेहरू जी के मूल्यों और उनके उदाहरण को किस तरह से अपनाना चाहिए आदि सिखाता है. क्योंकि जवाहरलाल नेहरू जी को देश के विशिष्ट बच्चे होने का सम्मान प्राप्त था वे स्वतंत्रता के लिए लंबे समय तक लडे और बाद में देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे.
बाल दिवस किस देश में कब मनाया जाता है लिस्ट
- World: 20 नवम्बर
- India: 14 नवम्बर
- United States: जून का दुसरा रविवार
- Bangladesh: 17 मार्च
- Pakistan: 1 जुलाई
- Sri Lanka: अक्तूबर
- Taiwan, Hong Kong: 4 अप्रैल
- Palestine: 5 अप्रैल
- Bolivia, Haiti: 12 अप्रैल
- Bahamas: जनवरी का पहला शुक्रवार
- Thailand: जनवरी का दूसरा शनिवार
- Tunisia: 11 जनवरी
- Suriname: 4 दिसंबर
- South Sudan, Sudan: 23 दिसंबर
- Myanmar: 13 फरवरी
- New Zealand: मार्च का पहला रविवार
- Turkey: 23 अप्रैल
- Mexico: 30 अप्रैल
- Spain, United Kingdom: मई का दुसरा रविवार
- Nigeria: 27 मई
- Norway: 17 मई
- Maldives: 10 मई
- Hungary: मई का आखरी रविवार
- Indonesia: 23 जुलाई
- Colombia: 29 जुलाई
- Paraguay: 16 अगस्त
- Uruguay: अगस्त का पहला रविवार
- Costa Rica: 9 सितम्बर
- Honduras: 10 सितम्बर
- Nepal: 14 सितम्बर
- Germany: 20 सितम्बर
- Singapore: अक्टूबर का पहला शुक्रवार
- Chile: अक्टूबर का पहला बुधवार
- Brazil: 12 अक्तूबर
- Iran: 8 अक्तूबर
बाल दिवस कब मनाया जाता है FAQ in hindi
Q.1 बाल दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. 20 नवम्बर
Q.2 वैश्विक बाल दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. 20 नवम्बर को
Q.3 भारत में बाल दिवस कब मनाया जाता है?
Ans. 14 नवम्बर को
Q.4 बाल दिवस क्या है?
Ans. बच्चों में जागरूकता लाने का अवसर
Q.5 बाल दिवस की शुरुआत कब से हुई थी?
Ans. 20 नवम्बर 1957
Q.6 भारत में बाल मनाने का कारण क्या है?
Ans. इस दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था उन्हें बच्चों से बेहद लगाव था इसलिए भारत में बाल दिवस मनाया जाता है.
Q.7 बाल दिवस क्यों मनाया जाता है?
Ans. बच्चों को जागरूक करने के लिए
Q.8 बाल दिवस 2023 में कब है?
Ans. 14 नवम्बर को
Conclusion: उम्मीद है कि आपको "बाल दिवस कब मनाया जाता है और क्यों 2023" की जानकारी पसंद आई होगी यदि फिर भी आपका इस जानकरी से संबंधित कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट बोक्स में अपनी प्रतिक्रिया दें सकते हैं हम आपकी प्रतिक्रिया का जल्द से जल्द ही रिप्लाई देने का प्रयास करेंगे धन्यवाद.
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