Short Essay on Diwali in Hindi - दिवाली पर छोटा निबंध 2023

Short Essay on Diwali in Hindi - दिवाली पर छोटा निबंध 2023 शार्ट एस्से ऑन दीपावली इन हिंदी, दीपावली पर छोटा निबंध, दीपोंत्सव, दीपों का त्योहार nibhand

शार्ट एस्से ऑन दिवाली (दीपावली) इन हिंदी: नमस्कार दोस्तों dramatalk.in पर आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है दोस्तों क्या आप (Essay on Diwali in Hindi) दिवाली पर निबंध खोज रहे है तो इस लेख में शुरू से लेकर अंत तक बनें रहें

क्योंकि dramatalk.in आपके लिए इस लेख में Short Essay on Diwali in Hindi दिवाली (दीपावली) पर छोटा (लघु) निबंध लेकर आया है जिसमें आप दिवाली पर बहुत ही छोटा और सरल निबंध पढ सकते है. लेख शुरू करने से पहले थो थोड़ा दीपावली के बारे में जान लेते है कि आखिर दीपावली क्या है और इसे क्यों मनाया जाता है.

हमारा भारत एक पवित्र और धार्मिक देश है. यहाँ कई प्रकार के त्योहार मनाए जाते है जैसे होली, तीज, गणगौर, दशहरा, नवरात्रि, इद, क्रिसमस आदि उन्ही में से दिवाली भारत का एक सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण त्योहार है. जिसे दीपावली, दीवाली, दीपोंत्सव, दीपों का त्योहार आदि नामों से जाना जाता है.


Short Essay on Diwali in Hindi - दिवाली पर छोटा निबंध 2023

दिवाली भारत का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है. जो भारत के साथ ही पूरे एशिया में हिन्दूओं द्वारा एक बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. दिवाली खासकर मां लक्ष्मी के जन्म दिन व भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद वापस अयोध्या आगमन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. दीपावली का त्योहार प्रति वर्ष "कार्तिक माह की अमावस्या" की रात्रि को संपूर्ण विश्व में हिन्दू परिजनों द्वारा मनाया जाता है.

दिवाली के दिन भारत समेत कई देशों में अवकाश रहता जहाँ जहाँ हिन्दूओं द्वारा यह त्योहार मनाया जाता है वहाँ. दिवाली मुख्यतः पांच दिनों का उत्सव है जो केवल अकेला नहीं बल्कि अपने साथ कई त्योहारों को लेकर आता है. जैसे नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, भाई दूज आदि. दिवाली धनतेरस के ठीक दो दिन बाद मनाई जाती है. इसे दीपों का त्योहार या दीयों का त्योहार भी कहा जाता है.

दीपावली मुख्यतः हिन्दू धर्म के लोगो द्वारा मनाई जाती है क्योंकि यह हिन्दूओं का सबसे प्रमुख त्योहार है हिन्दू परिजन इस दिन शाम को माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा करते है और साथ भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में मिट्टी से बनें दीप जलाकर उनका स्वागत करते है. दीवाली को "कृषि पर्व" भी कहा जाता है क्योंकि इन दिनों खरीफ की फसले कट जाती है

जिसके चलत किसानों को कुछ दिनों के लिए राहत महसूस होती है और साथ ही वे बड़ी धूमधाम से दिवाली मनाने का आनंद लेते है. दिवाली एक ऐसा त्योहार जो अन्य धर्मों के लोग भी उतनी ही आस्था और श्रद्धा से मनाते है कि जितना कि हिन्दू धर्म में, जैन और बौद्ध धर्म में इस दिन को क्षमा दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि भगवान महावीर स्वामी जी को इसी दिन मोक्ष प्राप्त हुआ था.

दीवाली के दिन माता लक्ष्मी देवी की पूजा करने की परंपरा विकसित है इस दिन मां लक्ष्मी जी पूजा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और धन देवी लक्ष्मी की इस पूजा से घर में पैसों की कोई कमी नहीं रहती है. कुछ लोग लक्ष्मी पूजन के साथ ही विद्या की देवी माँ सरस्वती और गणेश जी की भी पूजा अर्चना करते है क्योंकि ये भी घर में सुख सम्पदा के लिए सहायक देवता माने जाते है जो हम पर आने वाले कष्टो का निवारण करते है.

प्राचीन काल से ही दीवाली का हिन्दू धर्म में एक विशेष महत्व है. क्योंकि इस दिन दुश्मनी के कारण बिछडें हुए लोग अपने गमों बुलाकर एक दूसरे को गले लगाते है और अपने पूरे होश और आवाज से इस त्योहार का आनंद लेते है, साथ ही लोग इस अवसर कई प्रकार के व्यंजन और मिठाईयाँ, मेवे आदि बनाते है, बच्चे एक दूसरे पर रंग उड़ाते और छोटे छोटे पटाखे जलाते है.

दीवाली बच्चों से लगाकर बूढ़ो तक हर किसी का पसंदीदा त्योहार है सभी लोग एक साथ मिलकर दीप जलाकर फिर पटाखों के साथ इस त्योहार का स्वागत करते है. यूँ कहें यह एक प्रकार से बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक इसलिए आप समझ सकते दीवाली का हमारे जीवन में कितना अधिक महत्व है हमें इस त्योहार को पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाना चाहिए.


दीवाली पर छोटा निबंध 100 शब्द 2023 - Short Essay on Diwali (Deepawali) in Hindi

दीवाली एक भारतीय त्योहार है जो कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है. भारत में इस त्योहार का महत्व बाकी त्योहारों की तुलना में काफी अधिक है. इसे दीपों का त्योहार, रोशनी का त्योहार या दीपोंत्सव भी कहा जाता है.

यह त्योहार मुख्य रूप से पांच दिनों तक चलता है लेकिन यह अपने आगे पीछे भी कई त्योहारों को लेकर आता है. दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो हर धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है.

हिन्दू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व होता है लेकिन आज के समय में इसे अन्य धर्मों के लोग भी उसी तरह अपनी पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाते है जिस तरह हिन्दू धर्म में इसे मनाने की परंपरा विकसित है.

दिवाली की की शुरुआत धनतेरस से होती है जो दीपावली से ठीक दो दिन पहले आता है और भैया दूज दिवाली का अंतिम त्योहार है जो दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है. दीपावली एक प्रकार से स्वच्छता और प्रकाश का पर्व है इसलिए इसे मनाने में हमें कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए.


दीवाली पर छोटा निबंध 150 शब्द 2023 - Short Essay on Diwali (Deepawali) in Hindi

दिवाली हमारे हिन्दू धर्म में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों में से प्रमुख त्योहार हैं. जो खासकर हिन्दू धर्म के अनुयायियों द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. दिवाली शब्द की उत्पत्ति दीप व आवली शब्द के मिश्रण से हुई है. धार्मिक दृष्टि से दिवाली हिंदू दर्शन, क्षेत्रीय मिथकों और मान्यताओं पर निर्भर करती है.

दीपावली को यूँ ही नहीं मनाया जाता, दिवाली मनाने की परंपरा काफी पुरानी है इसका इतिहास भगवान राम की ऐतिहासिक घटना रामायण से जुड़ा हुआ है कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम अपना चौदह वर्ष का वनवास पूर्ण कर वापस अयोध्या लौटे थे तब उनके आने की खुशी में अयोध्या वासियों ने

दीपक जलाकर उनका अभिनंदन किया था तबी से हर वर्ष इस दिन दिवाली मनाने की परंपरा विकसित हुई है. दीपावली, अन्धकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान, असत्य पर सत्य एवं बुराई पर अच्छाई का त्योहार है. दिवाली के एक दिन पहले बाजारों में विशेष खरीददारी होती है और घरों मोहल्ले आदि की साफ सफाई की जाती है.

इस दिन लोग अपने घरों में रंग बिरंगी लाइटें लगाते हैं और शाम को दीप जलाकर इसे दुल्हन की तरह सजाते है. बड़े लोग इस दिन अपनी पड़ोसियों से मिलने जाते है और एक दूसरे को दीपावली की बधाई देते है. इस प्रकार दिवाली देश के कोने कोने में जगमगा उठती है और सभी लोगों के जीवन में खुशियाँ भर देती है.


दीवाली पर छोटा निबंध 200 शब्द 2023 - Short Essay on Diwali in Hindi

भारत एक त्योहारों का देश है यहाँ हर प्रकार के त्योहार छोटे हो या बड़े सभी को बड़ी ही हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता हैं उन्ही त्योहारों में से दिवाली भारत का सबसे लोकप्रिय व प्रसिद्ध त्योहार जो खासकर हिन्दूओं द्वारा मनाया जाता है दीपावली की शुरुआत रामायण काल से मानी जाती है.

दिवाली के दिन लोगों द्वारा विशेषकर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती ताकि घर में हमेशा सुख शांति बनी रहे, ऐसा माना जाता है कि इस दिन घर में साफ सफाई रखने से धन देवी लक्ष्मी का वास होता है. दिवाली एक ऐसा त्योहार है जिसे अमीर गरीब सब बिना भेदभाव किए एक साथ मिलकर मनाते है.

दिवाली दीपों का त्योहार है इसलिए सभी के मन को अलौकिक करता है. इस त्योहार के आने से सभी लोगों के चेहरे पर अलग ही रौनक आ जाती है. इस दिन घरों में कई प्रकार के पकवान बनाए जाते है और सब लोग मिलकर इन पकवानों को खाते है. लोग इस दिन एक दूसरे के घर जाते हैं और दिवाली की शुभकामनाएँ देते है.

कुछ लोग तो इस दिन अपने चाहने वालों को तोहफे, गिफ्ट आदि उपहार भेंट करते है. बच्चे इस दिन घर घर जाकर बड़ो के पैर छुते हैं और एक दूसरे पर रंग फेंकते हुए पटाखों की गूँज के साथ इस त्योहार का आनंद लेते है बच्चे हो या बड़े सब एकजुट होकर इस त्योहार का आनंद उठाते हैं. यह त्योहार एक प्रकार से प्रेम, भाईचारे और एकता का प्रतीक है.


दीवाली पर छोटा निबंध 250 शब्द 2023 - Short Essay on Diwali (Deepawali) in Hindi

हिन्दू धर्म एक ऐसा धर्म है जो त्योहारों की दृष्टि से सभी धर्मों को पछाड़ता है. हिन्दूओं के उन्ही पवित्र त्योहारों में से दिवाली सबसे महत्वपूर्ण उत्सव है जो हिन्दू त्योहारों का सबसे बड़ा त्योहार है. यह त्योहार व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों तरह से मनाए जाने वाले त्योहारों में से विशिष्ट उत्सव है जो समाज में सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है.

दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो हमारी पुरानी पीढ़ियों से ही चला आ रहा है. भारत में इस त्योहार को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है. इस दिन विभिन्न स्थानों पर कई बड़े बड़े मेले लगते है जहाँ से दीपावली की विशेष खरीददारी की जाती है. दिवाली एक दिन का त्योहार नहीं बल्कि त्योहारों का समूह है जो लगातार पांच दिवस तक चलता है.

दीपावली की विशेष तैयारियाँ दशहरे के बाद से ही शुरू हो जाती है. दिवाली के दो दिन पूर्व धनतेरस का पर्व आता है. इस दिन लोग कई नए नए कपड़े और पोशाके बनवाते है, बर्तन खरीदते हैं और हर कोई अपनी आवश्यकता के अनुसार कुछ न कुछ वस्तुएँ जरूर खरीदते है. इस दिन बाजारों में भारी मात्रा में भीड़ जमा होती है और दुकानें बहुत सारी छोटे मोटे आकर्षक चीजों से भरी रहती है

दिवाली के दिन अधिकतर लोगों द्वारा देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है. क्योंकि इस दिन लक्ष्मी देवी की पूजा करने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है जो कि धन की देवी के रूप में जानी जाती है. वैसे तो आज के समय में दिवाली कई देशों में मनाया जाता है लेकिन भारत और नेपाल में इसका सबसे अधिक महत्व है. नेपाल के लिए यह त्योहार इसलिए महत्वपूर्ण है.

क्योंकि नेपाल संवत के अनुसार इस दिन उनका नया वर्ष शुरू होता है. वहीं भारत के कुछ पश्चिम और उत्तरी क्षेत्रों में दिवाली का उत्सव एक नये हिन्दू वर्ष की शुरुआत के तौर पर मनाया जाता है. इस प्रकार दीपावली हर क्षेत्रों में अंधकार पर प्रकाश और प्रेम व भाई-चारे का संदेश फैलाता है. दिवाली खुशियों का श्रंगार है जो हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है.


दीवाली पर छोटा निबंध 300 शब्द 2023 - Short Essay on Diwali (Deepawali) in Hindi

दीपावली प्रकाश, कला, नज़ारों, आवाज़ों, खुशियों, स्वाद, भाई चारे और प्रेम का त्योहार है. इससे संबंधित प्रत्येक चीज हमें खुशी प्रदान करती है. अधिकांश घरों में इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है और बदले में उनसे धन की इच्छा प्रकट की जाती है. इस दिन पूरा देश रंग बिरंगी लाइटें और दीयों से जगमगाने लगता है.

दिवाली भारत के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग तौर तरीकों से मनाई जाती है. जैसे भारत के पूर्वी भागों उड़ीसा, बंगाल में इस दिन माता लक्ष्मी देवी के स्थान पर माता काली की पूजा जाती है और भारत के उत्तरी भागों में इसे सिक्खों के गुरु हरगोबिंद सिंह को जेल से रिहा करने संदर्भ में मनाया जाता है.

दक्षिण भारत के कुछ भागों में दिवाली को श्री कृष्ण द्वारा नरकासुर के वध की खुशी में भगवान श्री कृष्ण की पूजा करके इसे मनाया जाता है. दीपावली भारत के अलावा इसके पड़ोसी देश नेपाल में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन नेपाल में कुत्तों को सम्मानित करने व उनकी पूजा करने की परंपरा विख्यात है.

दीपावली भारत का सबसे बड़ा खरीदारी और बिक्री का त्योहार माना जाता है. यह उपभोक्ता खरीद एवं आर्थिक गतिविधियों के मामले में क्रिसमस पर्व के बराबर है क्योंकि दिवाली के त्योहार पर वस्तुएँ खरीदना शुभ माना जाता है. भारतीय संस्कृति के प्रचार व भारतीय मूल के लोगों का अन्य देशों में प्रवासी होने के कारण

दीपावली मनाने वाले देशों की मात्रा धीरे धीरे बढ़ रही है. दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो हमारे दुखी जीवन में रौनक भर देता है. दिवाली के दिन बाजार आकर्षक भरी वस्तुओं से खिलमिल उठता है इस दिन दुकानें विशेष रूप से पटाखों से सजाई जाती है, लोग तरह तरह के खिलौने, मिठाइयाँ, मेवे, लक्ष्मी जी की मूर्तियाँ आदि खरीदते हैं

दीपावली लोगों में उमंग भर देता है. इस दिन लोग अपने घरों में कोना-कोना साफ़ करते हैं और नई पोशाके पहकर एक दूसरे को मिलने जाते है. घरों में इस दिन विभिन्न प्रकार की रंगोलियाँ बनाई जाती है और उसमें दीप जलाए जाते है. इस प्रकार दिवाली देश विभिन्न इलाकों में पावन और पवित्र बंधनों के साथ मनाई जाती है.


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