Short Essay on Mahatma Gandhi Jayanti in Hindi 2022, महात्मा गांधी जयंती पर छोटा निबंध 150 शब्द, 200 शब्द, शार्ट एस्से ऑन गांधी जयंती 2 अक्तूबर 2022
शार्ट एस्से ऑन गांधी जयंती इन हिंदी: क्या आप गांधी जयंती पर निबंध खोज रहे है तो आप इस लेख में शुरू से लेकर अंत तक बनें रहें
क्योंकि आप इस लेख में गांधी जयंती पर छोटा और बहुत ही सरल निबंध पढ सकते है. जिसमें गांधी जयंती पर 150 शब्द और 200 शब्द के छोटे निबंध शामिल है.
Short Essay on Mahatma Gandhi Jayanti in hindi 2022
महात्मा गांधी जयंती पर छोटा निबंध 2022 - Short Essay on Mahatma Gandhi Jayanti in hindi
महात्मा गांधी जयंती खासकर गांधी जी को याद करने के लिए मनाई जाती है. क्योंकि इस दिन गांधी जी का जन्म हुआ था. महात्मा गांधी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ व आध्यात्मिक गुरु थे. उनका पूरा नाम मोहनदास (मोहनचंद) करमचन्द गांधी था.
भारत में महात्मा गांधी जी को राष्ट्र पिता के तौर पर जाना जाता है. उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता की एक लम्बी लड़ाई लड़ी और देश को अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त कराया. उन्होंने हमेशा सत्य और अहिंसा मार्ग चुना और देश के आम नागरिकों को अहिंसा का पाठ पढ़ाया.
गांधी जयंती प्रति वर्ष 2 अक्तूबर को संपूर्ण भारत देश में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाती है. इस दिन कई स्कूलों, काॅलेजों और दफ्तरों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें महात्मा गांधी जी की मूर्ति या तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की जाती है.
गांधी जयंती को विश्व के अन्य देशों में "विश्व अहिंसा दिवस" के रूप में मनाया जाता है. गांधी जयंती एक ऐसा अवसर है जो देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में प्रसिद्ध है. क्योंकि उन्होंने अपने आदर्शों व सिद्धांतों को न सिर्फ अपने देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर विख्यात किया और उनके द्वारा दिए गए अहिंसावादी विचारों को लोगों को अपनाने का वचन दिया.
आज गांधी जी भले ही हमारे साथ नहीं है लेकिन उनके द्वारा दिए गए उपदेश और सिद्धांत हमेशा हमारे साथ रहेंगे, जो हमें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते है. महात्मा गांधी जी को किसी भी परिचय की आवश्यकता नहीं क्योंकि वे उन महापुरुषों में से एक थे जिन्होंने देश के हित के लिए एक नया इतिहास रचा.
गांधी जयंती यूँ ही नहीं मनाई जाती है इसके पीछे महात्मा गांधी जी का योगदान है. गांधी जयंती मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि आज के विद्यार्थी और युवा पीढ़ी गांधी जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाए और देश हित के लिए अपना योगदान दे.
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गांधी जयंती पर छोटा निबंध 150 शब्द - Short essay on gandhi jayanti in hindi
गांधी जयंती महात्मा गाँधी की याद में उनके जन्म अवसर पर मनाते हैं. यह जयंती हर साल दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जय जय कार के साथ मनाई जाती है. इस दिन देश के विभिन्न इलाकों में गाँधी जी को श्रद्धांजलि देकर उनकी मूर्ति की पूजा की जाती है.
यह जयंती भारत समेत अन्य देशों में भी बड़े ही शोर और उल्लास के साथ मनाई जाती है. गांधी जयंती के दिन 2 अक्तूबर को संपूर्ण देश में अवकाश होता है. स्कूलों में इस दिन विशेष प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं जिसमें कई प्रतियोगिताएँ होती है और विजेताओं को "गाँधी पुरस्कार" द्वारा सम्मानित किया जाता है.
शहरों में इस दिन गांधी जी के नारो के साथ रैलियाँ निकाली जाती है. यूँ कहें तो गांधी जयंती एक अंतर्राष्ट्रीय समारोह है जो पूरे विश्व में "अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस" के रूप में मनाया जाता है. महात्मा गांधी एक ऐसे राजदूत थे जिन्होंने बिना अस्त्र शस्त्र के अंग्रेजो के खिलाफ युद्ध किया और देश को गुलामी की जंजिरों से मुक्त कराया.
गांधी जयंती हमारे लिए एक ऐसा त्योहार है जो हमारे समाज में जागरूकता लाता है और हमारे अंदर चुपे हुए डर को बाहर निकाल देता है. इसे मनाने से हमारी एक नई सोच विकसित होती है इन्हीं सब तथ्यों की वजह से यह जयंती आज दुनिया भर में प्रसिद्ध है और हमेशा रहेगी. गांधी जयंती हर भारतवासी द्वारा खुशी और गर्व से मनाना चाहीए.
गांधी जयंती पर छोटा निबंध 200 शब्द - Short essay on gandhi jayanti in hindi
गांधी जयंती हर साल 2 अक्तूबर को आती है. इस दिन महात्मा गाँधी जन्मे थे, जिन्हें प्यार से बापू भी कहा जाता है. उनके पिता करमचंद गांधी और माता पुतिलिबाई थी. महात्मा गांधी बचपन से ही व्यावहारिक और भोले स्वभाव के थे. जब वे बड़े हुए तो उन्होंने अल्फ्रेड हाई स्कूल, राजकोट यूनिवर्सिटी और लंदन कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी की.
उसके बाद गांधी इग्लैण्ड गए और वहाँ उन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की, शिक्षा पूरी करने बाद गांधी जी दक्षिण अफ्रीका गए और वहाँ उन्होंने भारतीयों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म किया. वे कुछ सालों तक दक्षिण अफ्रीका रहे वहाँ उन्हें यह पता चल की भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है तो वे शीघ्र ही भारत लौट आए.
वे एक मार्गदर्शक के रूप में खड़े रहे और अंग्रेजो के खिलाफ कई आंदोलन चलाएँ. गांधी जी के अथक प्रयासों व उनके बहुमूल्य योगदान की वजह से सन 1947 में देश अंग्रेजो की गुलामी मुक्त हुआ और भारतीयों को एक राहत की साँस मिली. महात्मा गांधी भारत के उन सिद्ध महापुरुषों में से एक थे
जिन्होंने अपने देश के लिए अविश्वमरणीय योगदान दिया. वे एक समाज सुधाकर के रूप में सामने किया और अंग्रेजो को जड़ से उखाड़ फेंका, इसलिए आप समझ सकते हैं कि गांधी जयंती मनाना हमारे लिए कितना आवश्यकता है. आज के युवाओं को गाँधी जी के उपदेशों की सीख लेनी चाहिए.
गांधी जयंती के दिन हमें यह प्रतिज्ञा लेनी चाहिए की आज के बाद हम गांधी जी द्वारा बताया गए मार्ग पर चलेंगे और उनके उपदेशों का पालन करेंगे.
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