Hindi kavita ka itihas kitne varsh Purana Hai | History of Hindi Poetry in Hindi - आधुनिक हिंदी कविता इतिहास, विकास यात्रा, विशेषताएँ, शुरुआत
Hindi kavita ka itihas kitne varsh Purana Hai
हिंदी एकमात्र एक ऐसी भाषा है जो आमतौर पर भारत में बोली जाती है जो भारत में लगभग अन्य भाषाओं की तुलना में 43.63 प्रतिशत बोली जाती हैं. यह भारत में अंग्रेज़ी के बाद दूसरी सबसे बड़ी बोली जाने वाली भाषा है.
जिसमें कई प्रकार की कविताएँ, दोहे, रचनाएँ आदि भी विख्यात है. जिसका हमें इतिहास में भी वर्णन देखने को मिलता है. आज हम हिंदी की सबसे प्रचलित ख्याति Hindi kavita ka itihas जानने वाले हैं.
तो चलीए शुरू करते हैं और जानते है कि हिंदी कविता का इतिहास क्या है, हिंदी कविता का इतिहास कितने वर्ष पुराना है, आधुनिक हिंदी कविता का विकास, हिंदी कविता की विकास यात्रा आदि.
Hindi kavita ka itihas |
हिंदी कविता | Hindi Poem
आप जानते ही होंगे कि कविता हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है क्योंकि हर कविता पढ़ने के बाद हमें कोई न कोई सीख जरूर मिलती है जो हमें बहुत motivate करती है जिससे हमें उससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है. इसी से हमें यह साफ-साफ पता चलता है कि कविता हमारे लिए कितना मायने रखती है.
अब हम यह जानते हैं कि कविता होती क्या है? और कविता किसे कहते है? मैं आपको सरल भाषा में कहूँ तो "कविता एक कवि विशेष की भावनाओं का प्रतीक है जो एक प्रकार का उनका विचार है.
कविता एक ऐसी दृष्टि है जो हमें दुनिया को जानने में मदद करती है, अपने अनुभवों को जानने में मदद करती है, अपने आप को जानने में मदद करती है और हम उसको अपनी भाषा में देख सकते है. कविता का शाब्दिक अर्थ कवियों की कृति या काव्यात्मक रचना होता है.
किसी भी कविता को समझने के लिए हमें सबसे पहले कविता की प्रकृति को जानना जरूरी होता है कि कविता किन तथ्यों पर आधारित है, उसमें कौनसी भाषा का प्रयोग किया गया है, उसमें किस प्रकार के वाक्यो का प्रयोग हुआ है. अगर हम यह समझ ले तो हम कविता को बहुत ही आसानी से समझ सकते है.
हिंदी कविता का इतिहास | History of Hindi Poetry in Hindi
हिंदी कविता का इतिहास 13वीं शताब्दी से शुरू होता है. अन्य भाषाओं कि तरह ही हिंदी कविता भी पहले ऐतिहासिक थी जिसमें उस समय भारत में किसी भी ऐतिहासिक ग्रंथों को कविता के रूप में दर्शाया जाता था उसमें कवि अलंकारों को छंद के साथ जोड़कर बहुत ही सरल और सुजक तरीके से पेश किया करते थे. क्योंकि समय उनके पास किसी भी महत्वपूर्ण बात को याद रखने का यही एक सर्वोत्तम साधन था.
मिर्ज़ा ग़ालिब 19 ई शताब्दी के भारत के सबसे लोकप्रिय कवि माने जाते हैं. क्योंकि उस समय विश्व के उन महान प्रसिद्ध कवियों में से कवि मिर्ज़ा ग़ालिब को भी स्थान दिया गया था. लेकिन भारत में कविता और रचनाएँ 7 वीं शताब्दी से विख्यात हुई थी पर उस समय हिंदी को इतना महत्व नहीं दिया जाता था और ना ही रचनाओं को प्रमुख स्थान दिया जाता था.
हिंदी कविता का इतिहास कितने वर्ष पुराना है How old is the history of Hindi poetry: हिंदी कविता के इतिहास में अगर हम बात करें कि हिंदी कविता का इतिहास कितने वर्ष पुराना है, तो आपको मै कहूँ तो हिंदी कविता का इतिहास प्राचीन काल से ही चला आ रहा है इससे यह स्पष्ट होता है कि हिंदी कविता का इतिहास बहुत पुराना है. लेकिन फिर भी मैं बता दूँ की इसका प्रारंभ ऋषि भरतमुनि से माना जाता है.
प्रचीन समय में ज्यादातर कवियों ने कविता को इतना बड़ा स्थान नहीं दिया था क्योंकि कविताएँ उस समय ज्यादा प्रसिद्ध नहीं थी लेकिन फिर भी कुछ कवियों ने इसे बहुत प्रेरक माना है कविताएँ विकसित होने का खास तोड़ तो आधुनिक काल शुरू हुआ है जो 1850ई के बाद का समय मानते है
आधुनिक हिंदी कविता का इतिहास
अब बात आती है हिंदी कविता के आधुनिक पड़ाव की तो आधुनिक काल एक ऐसा समय रहा है जिसमें हिन्दी कविता के अनेक कवि आए और उन्होंने अपनी आधुनिक हिंदी कविता की प्रमुख प्रवृत्तियों का विस्तार किया है. जिसमें हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने में भी मदद मिलीं है.
आधुनिक हिंदी कविता की विकास यात्रा और परम्परा 1850 ई से ही चल पड़ी थी. जिसमें दो युगों को बताया जाता है. भारतेंदु हरिश्चंद्र युग और पं महावीर प्रसाद द्विवेदी युग की कविताएँ. भारतेंदु हरिश्चंद्र के समय के कवि बद्रीनारायण चौधरी प्रेमघन, अम्बिका दत्त व्यास, राधाचरण गोस्वामी, प्रताप नारायण मिश्र आदि थे
भारत के सबसे प्रसिद्ध कवि भारतेंदु हरिश्चंद्र से ही आधुनिक हिंदी कविता की शुरुआत होती है जिन्होंने हिंदी का गहरा अध्ययन किया था उन्हे हिंदी कविता के पितामह भी कहते है 1850 से 1900 ई के बीच उनकी कविताओं पर गहरा असर पड़ा था. क्योंकि उन्होंने हिंदी की प्राचीनत्तम और नवीनतम कविताओं का मेल सही से पेश किया था.
आधुनिक हिंदी कविता की विशेषताएँ
- आधुनिक काल रीतिकाल के बाद का काल रहा है.
- आधुनिक काल हिन्दी साहित्य का अब तक का सबसे अच्छा काल रहा है.
- आधुनिक काल में कई गद्य, नाटक, पत्रिकाओं आदि का विकास हुआ है.
- आधुनिक काल हर वक्त तत्कालीन राजनैतिक गतिविधियों से गुजरा हुआ कल है.
- आधुनिक काल हिन्दी का एक ऐसा काल है जिसमें हर वक्त इसकी प्रधानता रही है.
Hindi Poetry FAQ in Hindi
1. आधुनिक काल के कवि कौन है?
Ans. भार्तेन्दु हरिश्चन्द्र, जगन्नाथ दास रत्नाकर, श्रीधर पाठक, लोचन प्रसाद पाण्डेय आदि
2. आधुनिक काल को कितने भागों में विभाजित किया गया है?
Ans. पांच भागों
3. आधुनिक हिंदी कविता का तात्पर्य क्या है?
Ans. कवि भारतेंदु हरिश्चंद्र और महावीर प्रसाद द्विवेदी के समय कविता
4. आधुनिक हिंदी कविता की शुरुआत कहाँ से हुई थी?
Ans. 1850 के बाद से
तो यह था Hindi kavita ka itihas, आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंटी में जरूर से बताएँ क्योंकि हम रह आपके ऐसी ही Informational जानकारी लाते रहते है.
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