नीता नायक का जीवन परिचय - Biography of Neeta Nayak in hindi: नीता नायक का जन्म राजस्थान में माउंट आबू के पास जावाल गांव मे हुआ था. Neeta Nayak कौन है.
हर एक विद्यार्थी के जीवन में आगे बढ़ने के लिए गुरु (teacher) का अहम योगदान होता है. ठीक उसी प्रकार Neeta Nayak को भी एक गुरु ने ही प्रेरित किया है.
जिसकी बदौलत Neeta Nayak आज एक Rajasthan की फैमस भजन गायिका के रूप में जानी जाती है.
Helo मित्रों स्वागत है आपका आज की इस जीवन परिचय की जानकारी में. आप सब रोज अच्छे-अच्छे भजन सुनना पसंद करते होंगे.
मित्रों आज हम राजस्थान की ऐसी ही भजन प्रेमी उभरती हुई सबसे मशहूर गायिका कलाकार Neeta Nayak के जीवन परिचय के बारे जानने वाले है.
जो भगवान "हरी श्याम धणी" के सुंदर भजन गाती है. इन्हें अपने प्रभु श्याम के भजन गाने में बहुत रूचि है.
इन्होंने मात्र पाँच वर्ष की आयु में ही अपने गुरु के संदर्भ में अपने भजन गाने की शुरुआत कर दी थी.
तो चलीए जानते हैं कि Neeta Nayak कौन है और ये गायिका कलाकार कैसे बनी और कहाँ की रहनी वाली है तथा इनका परिचय क्या है.
Neeta Nayak |
नीता नायक का जीवन परिचय
Biography of Neeta Nayak in hindi: नीता नायक का जन्म राजस्थान में माउंट आबू के पास जावाल गांव मे हुआ था जो सिरोही जिले में स्थित है. एक बार इनके गुरुजी ने इन्हें विद्यालय में भजन गवाया तो इन्हें बड़ा अच्छा लगा. इनके बाद गांव में गणपति उत्सव और भगवान की जो भी सत्संग होती उसमें इन्हें गाने का मौका दिया तो फिर इन्होंने देशभक्ति का गाना गाया. उसके बाद वहां उत्सव में आये बड़े-बड़े कलाकारों ने इनके हुनर को पहचाना और इन्होंने इन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी. इससे नीता जी को और भी सक्षमता मिली और भगवान के प्रति इतनी श्रद्धा हो गई कि इनमें भक्ति और भजन-कीर्तन करने की इच्छा जागृत हो गई.
वास्तविक रूप से नीता जी ने 2006 से भजन गाने शुरू कर दिए थे. शुरुआत में ये जैन समाज के कार्यक्रमों में गाया करती थी. फिर सनातन धर्म में गाने लगी जिससे इन्हें लोगों का इतना प्यार, सम्मान और आशीर्वाद मिला कि आज ये लगभग राज्य के हर मोहल्ले, हर शहर, हर गली और हर कस्बे में सभी देवी देवताओं के भजन गाती है और इनकी भक्ति में मग्न रहती है.
नीता नायक एक सफल गायिका कैसे? बनी
Neeta Nayak ने अपने करियर की शुरुआत 5 वर्ष की Age में विद्यार्थी जीवन में थी तब ही कर दी थी. नीता नायक को एक सफल गायिका बनने का पूरा का पूरा श्रेय उनके गुरु को ही जाता है. यदि इनके गुरु इन्हें बालसभा में भजन गाने का लिए प्रेरित नहीं करते तो आज ये गायिका ही नहीं होती.
क्योंकि इन्हें इनके गुरु ने विद्यालय में बाल सभा में स्टेज पर भजन गाने के लिए आमंत्रित किया था. तब सभी गुरुजन और शिष्यों ने इनकी सुरिली आवाज सुनी, उस दिन के बाद उन्हें विद्यालय हर कार्यक्रमों में भजन प्रस्तुति के लिए बुलाया जाता था. ये गाते-गाते जब ये 6 वर्ष की हुई तब बड़े-बड़े कार्यक्रमों में भाग लेने लगी और आज एक राजस्थानी Successfull गायिका कलाकार के रूप में जानी जाती है.
Neeta Nayak जानवरों से बेहद प्रेम करती है
सुनने में आया है कि नीता नायक जी जानवरों से बेहद लगाव (प्यार) करती है. क्योंकि इन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि मेरे घर पर ऐसे सात-आठ Dog (कुत्ते) है जो मैंने पाल रखें है. जिनमें से कोई तो लंगडाता हुआ, किसी को चोंट, तो किसी को घाव थे मैंने उनका इलाज किया, वो अभी ठीक है और मेरे घर पर है. एक गाय को पैर में घाव था जिसमें कीड़े पड़ गए थे मैंने उसका भी इलाज किया और वो ठीक हो गयी. जानवरों की ऐसे देखभाल करने में मुझे बहुत आनंद मिलता है.
उन्होंने ऐसा भी कहा की यदि भगवान भोले श्याम की कृपा मुझ पर बनी रहेगी तो में अपनी ससुराल में जानवरों के लिए इलाज का एक छोटा शिविर बनाऊँगी. जिसमें वहां के आसपास के क्षतिग्रस्त जानवरों का निःशुल्क इलाज हो सकेगा.
Neeta Nayak की यह बात मुझे बहुत अच्छी क्योंकि इन्होंने पशु-पक्षी को सबसे ज्यादा स्नेह करने वाली महान लेखिका श्रीमती महादेवी वर्मा का पशु-पक्षी के प्रति इतना स्नेह होना, इस बात को और भी सम्मानित और स्वाभाविक बना दिया. जो इनके लिए बहुत ही सम्मान की बात है.
इस प्रकार Neeta Nayak अपनी जीवन में एक गायिका के रूप में उभरी और इन्होंने लोगों के दिलों में जगह बनाई. उम्मीद करता हूँ की आपको नीता नायक का जीवन परिचय - Biography of Neeta Nayak in hindi नीता जी की जानकारी पसंद आई होगी. यदि आपको यह लेख पसंद आए तो अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें ताकि वो अपने जीवन में कुछ सीखें और आगे बढ़ सकें.
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